Tuesday 4 November 2014

khajrana ___ खजराना


दे देके ये आवाज़ , कोई हर घड़ी बुलाये ,
फिर जाए जो उस पार , कभी लौट के ना आये।
है भेद कैसा ? कोई कुछ तो बताना ___
खजराना 

 




khajrana ki shan ___ javed shah



ओ जाने वाले ~~~~ 
जाने वाले हो सके लौट के आना ,
ये घाट , ये बाट
कही भूल ना जाना
_____ जावेद शाह खजराना 

Javed shah ___ No_gaja Peer baba Khandwa